Monday, 21 August 2017

समता का आभास है सामायिक का प्रयोग साध्वी श्री गुलाबकंवर


समता का अभ्यास  है सामायिक का प्रयोग साध्वी गुलाबकँवर
पयुर्षण पर्व का तीसरा दिन सामायिक दिवस के रूप में मनाया
अभातेयुप के निर्देशन में हुआ अभिनव सामायिक का प्रयोग
जसोल - पयुर्षण पर्व का तीसरा दिन सोमवार को सामायिक दिवस के रूप में मनाया गया ! आचार्य महाश्रमण की सुशिष्या साध्वी गुलाबकँवर के सानिध्य में अभिनव सामायिक का प्रयोग करवाया गया !
साध्वी भानुकुमारी ने कहा कि समता की साधना वर्तमान की सबसे बड़ी आवश्यकता हैं! इसके बिना व्यक्ति किसी भी क्षेत्र में सफलता हासिल नही कर सकता ! सामायिक से व्यक्ति पापकारी प्रवृत्ति से बच जाता है !  नए कर्मो का बंधन नही होता हैं!साध्वी ने आगे कहा कि आजकल घर परिवार  व समाज में विषमता के कीटाणु फैल रहे हैं! सास- बहू व बाप- बेटे के साथ पूरा दिन तनाव में बीत रहा है ! ऐसी असन्तुलित जीवन शैली को संतुलित करने के लिए प्रत्येक व्यक्ति के लिए सामायिक का अनुष्ठान अपेक्षित हैं ! सामायिक शांति की  राह है!यह अमूल्य हैं, इसका लाभ वही व्यक्ति जान सकता है,जिससे इसकी सुखद अनुभूति की हैं! सामायिक जैन साधना पद्धति का लोकपिय अंग है !साध्वी ऋतुयशा ने भी सामायिक की साधना पर प्रकाश डाला!
अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के निर्देशन में स्थानीय तेरापंथ युवक परिषद द्वारा अभिनव सामायिक का प्रयोग साध्वी  हेमरेखा ने विधिवत करवाया ! आज 495 संभागियों ने 865 सामायिक की ! तेरापंथ युवक परिषद जसोल की और से सामायिक दिवस पर गीत का संगान किया !

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