Saturday 2 September 2017

इलेक्ट्रोनिक मीडिया का जैन संत को बदनाम करने की साजिश

आज एक न्यूज़ चेनल पर सुबह सुबह 25 बड़ी खबरों मे एक खबर सुनी पाँच मिनिट यह समाचार सुन दंग रह गया  एक दिगंबर आचार्य सूर्यसागर  पर एक आक्षेप लगाया आचार्य सूर्यसागर जी ने पूर्व मे  एक राजनीतिक पार्टी द्वारा पर्युषन पर्व पर जैन मंदिर के सामने मांस पकाया गया उसके विरोध स्वरूप के वीडियो सोशल मीडिया के माध्यम से विरोध स्वरूप प्रसारित किया था ! कडवे व स्पष्ट बोलने वाले दिगंबर संत की यह वीडियो ने  उस राजनीतिक पार्टी को बड़ा झटका दे दिया क्यू की यह वीडियो हर शोशल मीडिया पर वायरल हुई ! उस राजनीतिक पार्टी की हवा हवा हो गयी ओर उसने सहारा लिया बिकाऊ इलेक्ट्रोनिक मीडिया का की वह आचार्य सूर्यसागर चुप बेठ जाये ! मगर एक दिगंबर संत जो खुद नग्न रहता है ! 3 दिन मे एक बार आहार (खाना ) ओर एक बार पानी पीने वाले संत को जिसे सांसारिक जीवन से कोई मोह नही उन्हे क्या फर्क पड़ने वाला यह तो बिकाऊ मीडिया जैन समाज के इस महत्वपूर्ण पर्व पर विशेष रूप से हाइलाइट होने को या या चंद राजनीतिक नेताओ द्वारा डाले हुए चंद रोटी के टुकड़े पर पलने की आदत पड़ी हुई है बाज नही आ सकते !             
कुछ दिन पहले मैंने एक कहानी पढ़ी थी ‘रस्सी का साँप ‘जिसमे एक दरोगा जी अपने नाई के मजाक पर उसको अपराधी सिद्ध कर देते हैं और बाद में निर्दोष घोषित कर आर्थिक लाभ दिलवाते हैं।कुछ ऐसी ही दशा भारत की इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की होती जा रही है।भारत में न्यूज़ चैनल रोज रस्सी का सांप बनाते हैं। किसी को नायक बना देते हैं और किसी को खलनायक । क्यू की मीडिया जानती है कुछ संत अभी अभी बड़े सेक्स स्केण्डल मे पकड़े गए है जनता इन पर भी विश्वाश कर लेगी ! आचार्य सूर्यसागर जी को पिस्तोल हाथ मे लेकर बताया गया ओर न जाने क्या क्या आरोप लगाए आज की इलेक्ट्रोनिक मीडिया समय के अनुसार अवसर भुनाने मे बड़ी माहिर है ! ओर आज यही किया आचार्य सूर्यसागर पर ! इन्ही आचार्य सूर्यसागर जी का मे साक्षात्कार मे आज तक चार बार ले चुका हु ! ओर मे श्वेतांबर संप्रदाय से होते हुए इनसे मिलने के बाद इतना प्रभावित हुआ की  मेरी हर गलतफेमी दूर हो गयी ! मे फिर भी जल्दी ही आचार्य सूर्यसागर जी पर लगे आक्षेप पर जल्दी ही फेसबूक व यू ट्यूब पर एक लाइव साक्षातकार लूँगा जिनसे आपके सामने लाइव होगा ओर आप खुद भी सवाल जबाव कर सकेंगे !            मीडिया रिपोर्टर एक साधारण सी घटना को देशव्यापी आंदोलन बना सकते हैं। नेताओं के चरित्र प्रमाण पत्र जारी करने के एक मात्र अधिकृत केंद्र भी यही हैं। एक आतंकवादी को भी ये भोलाभाला मासूम सिद्ध करने की क्षमता भारत की मीडिया में है इसीलिए भारत में सभी राजनैतिक पार्टियां करोड़ो रुपये खर्च कर मीडिया प्रबंधन कर रही हैं। ओर एक जैन संत पर लगाए यह आरोप मे आपके सामने निष्पक्षता से लाइव बताऊंगा चंददिन इंतजार करे ! 
लेखक - उत्तम विद्रोही
    
 

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